8TH SEMESTER ! भाग- 47 ( Turning Point )
"आपको कैसे पता "चौकते हुए मैने कहा, तो सिदार ने अपना एक हाथ मेरे कंधे पर रक्खा और बोला"और कितने झूठ बोलेगा...सीधे-सीधे क्यूँ नही बोलता कि तेरा मन वेलकम पार्टी मे जाने का है..."
"ये भी पता है "
अभी मैं और सिदार सीनियर हॉस्टल के बाहर सालो से रखी एक जंग लगी बेंच पर बैठे थे और जैसा कि अक्सर होता था शाम ढलते ही आस-पास का माहौल ठंडी हवाओं से भर कर एक अजीब सा सुकून देता था, ऐसा सुकून,जो सिर्फ़ वही मिल सकता था.... ऐसा सुकून की बंदा वही बेंच पर बैठा -बैठा, जंगल को निहारते हुए कई कल्पनाये करने लगता था. सिदार अपनी जगह से खड़ा हो गया...
"तू ये सोच रहा होगा कि, ये खबर मुझे तेरे खास दोस्त अरुण या फिर हमेशा सबकी न्यूज़ रखने वाले bhu ने दी है....."
"नही..बिल्कुल नही, अरुण कभी नही बताएगा और वैसे भी हॉस्टल मे हम तीनो के अलावा और भी कयि लोग रहते है,जिनमे से वो मोटा वॉर्डन भी है...."
सिदार कुछ देर तक मुझे ही देखता रहा,वो कुछ बताना चाहता था...कुछ कहना चाहता था,लेकिन अभी वो इस कशमकश मे था कि ,वो मुझे ये बताए या जाने दे...सिदार बहुत देर तक मुझे देखते रहा,जैसे वो मुझे पढ़ने की कोशिश कर रहा हो,अब वो बेचैन हो उठा और सिगरेट का एक कश लेकर उसे वही फेक दिया....अब मेरी नज़र सिदार से हटकर आधी ख़त्म हुई सिगरेट पर थी,जो तेज हवा के बहाव मे इधर-उधर डोलती हुई सुलग रही थी....वहा सिगरेट के आलवा कुछ और भी ऐसा था जो सुलग रहा था....
"सुन, किसी को बताएगा तो नही..."वापस बेंच पर बैठ कर सिदार बोला"जब मैं फर्स्ट एअर मे था ,तब मैं बिल्कुल तेरी तरह था...मैं भी यहाँ सिर्फ़ और सिर्फ़ पढ़ने आया था...लेकिन फिर जैसा तेरे साथ हुआ...वैसा मेरे साथ भी हुआ था, मैं अपने लक्ष्य से भटक गया, और इसकी वजह थी एक लड़की...."
मेरा फील्ड भले ही अलग हो,लेकिन इतना तो मैं जानता था कि यदि कोई स्टोरी, कोई दास्तान या कोई हादसा या फिर कोई ऐसा शक्स जो हमारी ज़िंदगी से रिलेटेड रहता है, उसमे अपने आप इंटेरेस्ट आने लगता है...मेरा भी इंटेरेस्ट बढ़ने लगा और मैने भी आधी जली हुई सिगरेट को उठाकर फाइनली एक कश मार ही लिया .
"एक लड़की...?" मैने पूछा .
"हां, फर्स्ट एअर मे मैं भी,उसके लिए पागल था....कयि बार कोशिश की उसे दिल की बात बताने की और एक दिन जब मैने हिम्मत करके उससे अपनी मोहब्बत का इज़हार किया तो पता चला कि वो तो किसी और से सेट है...."
"फिर आपने क्या किया..."अब तो कसम से मुझे सिदार की इस स्टोरी मे इंटेरेस्ट आ गया था,मैं बोला
"क्या वो लड़की...अब भी कॉलेज मे है...? या आपने उसे बोटी बोटी काट कर.. अलग अलग जगह जंगल मे जला दिया...?"
"गर्ल फ्रेंड-बाय्फ्रेंड तो आजकल हर हफ्ते बदलते रहते है,इसमे कोई बड़ी बात नही थी....लेकिन उसके कुछ दिनो के बाद ही पूरे कॉलेज मे ये न्यूज़ फैल गयी कि उन दोनो के बीच बाथरूम मे ही ...तू समझ सकता है मैं क्या कहना चाहता हूँ, "
"मतलब कि, उन दोनों के बीच सारी दूरिया ख़त्म... परम आनंद की प्राप्ति... जो काम शादी के बाद होता है,वो पहले ही हो गया...है ना.."मैने पुछा...
"हां बिल्कुल..."सिदार के चेहरे पर उदासी बढ़ती जा रही थी,जिसे दूर करने के लिए उसने एक सिगरेट और सुलगाई और बोला"वो जानती थी कि मैं उससे प्यार करता हूँ ,इसलिए वो मुझे और जलाती थी...वो मुझे जब भी देखती तो अपने बाय्फ्रेंड से ऐसे चिपक जाती,जैसे दोनो को fewiquick से जोड़ दिया गया हो....यदि मैं ग़लती से कभी कभार कॉलेज के गार्डेन मे चले जाता और हमारी मुलाक़ात हो जाती तो फिर वो सिर्फ़ मेरा कलेजा जलाने के लिए अपने बाय्फ्रेंड को मेरे सामने किस करने लगती थी ..."
" और आप ये सब सहते रहे...? नाम बताओ, उस साली को और उसके बॉयफ्रेंड को अभी पेल के आता हूँ... MTL भाई के मजे लिए उन लोगो ने ..."मैं गुस्से से बोला और ये गुस्सा दिल से निकला था.... क्यूंकि एक पल के लोए उनकी जगह मैने खुद को और पार्क मे किश करने वाले कपल को ईशा और गौतम मान लिया था
"इसके बाद भी बहुत कुछ हुआ, दोस्त...उस लड़की ने अपने बाय्फ्रेंड को जो की फाइनल एअर मे था,उसे बता दिया कि मैने उसे प्रपोज़ किया था और उसके बाद उसका बाय्फ्रेंड अपने दोस्तो के साथ मिलकर मुझे हर दिन टॉर्चर करते...कभी रिसेस मे तो कभी क्लास मे आकर सबके सामने....जिस लड़की को मैने प्रपोज़ किया था ,वो मेरे ही क्लास की थी...इसलिए शायद उसी के कहने पर उसका वो फाइनल एअर का बाय्फ्रेंड क्लास मे आकर मेरी बेज़्ज़ती करता...और एक दिन हद हो गयी, उन्ही के किसी दोस्त मे से जो कि मुझसे एक साल सीनियर था...उसने मुझे बुरी तरह पीटा, कई घंटो तक पीटा.. खूनी ग्राउंड मे और फिर धमकी दी कि यदि मैने किसी को बताया तो वो हॉस्टल मे भी घुसकर मुझे मारेगा और हॉस्टल मे ही मुझे मेरे रूम के पंखे से लटका देगा....."
"फिर..."माँ कसम मुझे उस वक़्त बहुत गुस्सा आ रहा था, यदि वो लड़का जिसने सिदार के साथ ये सब किया था ,वो अभी मिल जाता तो मैं उसे पंखे से लटका देता....
"वही उसने ग़लती कर दी..."सिदार की बेचैनी अब थोड़ी कम हुई ,वो बोला"जिस वक़्त उसने कहा था कि वो मुझे हॉस्टल मे आके मारेगा...उसी वक़्त मेरे दिमाग़ मे एक आइडिया सूझा...और दूसरे दिन जब वो कॉलेज के बाइक स्टॅंड पर बैठा था तो मैने उसे उसके पूरे खानदान की गाली दी...और एक धांसु डाइलॉग भी मारा..."सिदार अब मुस्कुराते हुए बोला, शायद अब उसके अंदर की कड़वाहट हट रही थी...
"कौन सा डाइलॉग..."
"मैने कहा कि....यदि एक बार मै पेलना चालू करूँगा तो तेरा पूरा खानदान पेला जायेगा.. तेरी माँ, बहन सबको पेलुँगा... Pregnant कर दूंगा उन सबको.. और फिर उनके मुँह मे 5-5 का सिक्का फेक कर कहूंगा.. की ये लो तुम्हारा दाम.. सिर्फ 5 रुपये के काबिल हो तुम सब रखैल... .."
"Wow, Nice😍... खैर, आगे की स्टोरी मैं,समझ गया...उसके बाद वो अपने कुछ दोस्तो के साथ हॉस्टल मे घुसा होगा और आप सबने उन सबकी अच्छि-ख़ासी धुलाई की होगी..."
"ये तो सही है,लेकिन उसकी रियल पेलाइ तब हुई, जब मैं सेकेंड एअर मे था... NSUI का इलेक्शन जीतने के बाद मैने उसे और उसके दोस्तो को उसी ग्राउंड पर ले गया जहाँ,उसने मुझे पहले मारा था और उसके बाद सेम टू सेम वैसा ही हुआ...जैसा कि तूने वरुण के साथ किया था...और तू यकीन नही मानेगा उस दिन तूने डाइलॉग भी वही मारा था जो मैने आज से दो साल पहले मारा था...आप फिज़िक्स के खिलाफ नही जा सकते...ये हमारा तकिया कलाम था..."
"उसके बाद..."
"उसके बाद हम ने शराब की एक एक बोतल उनके लिए मंगाई और हर एक की आधी बोतल खुद पीकर आधे मे पेशाब मिलाया और फिर जबरन उन सबको पिलाया...."
"रियली,...पहले क्यूँ नही बताया,वरना वरुण के साथ भी मैं वही करता...."
"अब मेरी छोड़ और अपनी बता, वो लड़की तुझे पसंद है ना...क्या नाम है उसका,...वो खुराना की लौंडिया..."
"ऐश ... ईशा "मैने बुरी शकल बनाते हुए कहा"डॉन'ट कॉल हर लौंडिया ,एमटीएल भाई..."
"ओके, नही बोलूँगा....और सुन बिंदास जा...सिटी वाले कुछ नही करेंगे..."
"इलेक्शन जीत गये ,इसलिए क्या..."
"वो तुझे कुछ नही करेंगे वो इसलिए नही कि तू इलेक्शन जीत गया है..."जब मैं जाने के लिए खड़ा हुआ तो एमटीएल ने मेरे कंधे पर हाथ रक्खा और मेरे साथ चलने लगा
"फिर किसलिए वो मुझे कुछ नही करेंगे..."
"वो इसलिए क्यूंकी पार्टी CC~कंट्री क्लब मे हो रही है और सीसी का रास्ता ,हमारे हॉस्टल के सामने से जाता है...लेकिन यदि फिर भी यदि उन्होने तुम तीनो मे से किसी को छुआ भी तो एक मिस कॉल देना ....फिर देखना उनका क्या हाल करूँगा..."
"मतलब,मैं बेफिकर जाउ..."
"अभी फ़ारसी मे समझाया क्या...?"
"थैंक्स एमटीएल भाई...."वहाँ से अपने हॉस्टल की तरफ बढ़ते हुए अचानक ही मुझे कुछ याद आया, जो मैं भूल गया था...मैने पीछे पलट कर देखा तो सिदार भी अपने हॉस्टल की तरफ बढ़ रहा था...
"एमटीएल ,भाई..."थोड़ी तेज आवाज़ मे मैने कहा"बुरा ना मानो तो,कुछ पुच्छ सकता हूँ क्या..."
"क्या..."
"जिस लड़की को आप पसंद करते थे, उसके बाय्फ्रेंड का क्या नाम था..."
"वरुण....."सिदार ने मुझे जोरदार झटका देते हुए एक झटके मे आन्सर दिया और वापस हॉस्टल की तरफ बढ़ चला.....
"वरुण वो लड़का था, तो फिर उसकी गर्ल फ्रेंड जिस पर सिदार का दिल आया था...वो थी विभा.......... ताबड़तोड़ ट्विस्ट ... अभी मजा आएगा ना बीड़ू.... अब होगी असली लड़ाई 👹"
Barsha🖤👑
26-Nov-2021 05:43 PM
बहुत खूबसूरत भाग
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